Dyslexiगीत
अक्षर क्यूँ बिगड़ते हैं
क्यूँ मुझसे ये लड़ते हैं
इन्हें पढ़ना ही तो चाहता हूँ
तो इतना क्यूँ अकड़ते हैं
मोटी मोटी किताबों में
इनकी सेनाएँ बसती हैं
छंद निबंध व्याकरण लिए
मुझ पर आक्रमण करती हैं
युद्ध में इनसे हारूँ तो
अध्यापक क्यूँ बिगड़ते हैं
क्यूँ मुझसे ये लड़ते हैं
छोटी इ हो बड़ी ई हो
आधे पूरे अक्षर हों
भेदभाव मैं करता नहीं
बिन्दू चाँद हलंत मात्रा
क्यूँ इनका स्वर बदलते हैं
क्यूँ कनफ्यूशण करते हैं
क्यूँ मुझसे ये लड़ते हैं
विज्ञान का ज्ञान मुझे है
गणित का गुणबोध मुझे है
गीत संगीत नट नृत्य सभी
मुझसे दोस्ती करते हैं
लेकिन ये दुष्ट अक्षर सब
मेरा जीना दूभर करते हैं
क्यूँ मुझसे ये लड़ते हैं
बड़ा होकर फिर आऊँगा
और अपनी क़लम घुमाऊँगा
कहानी कविता गीत वाक्य
में सरपट तुम्हें नचाऊँगा
अभी तो बच्चा समझ ये
सब मेरे सर पे चड़ते हैं
क्यूँ मुझसे ये लड़ते हैं
अक्षर क्यूँ बिगड़ते हैं
क्यूँ मुँझसे ये लड़ते हैं
इन्हें पड़ना ही तो चाहता हूँ
तो इतना क्यूँ अकड़ते हैं
क्यूँ मुँझसे ये लड़ते हैं
क्यूँ मुँझसे ये लड़ते हैं
- संजय धवन
October 2017
1 comment:
Very well written 👌👍
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